आज का हमारा युवक अनेक प्रकार के दबावों से गुजर रहा है । वह ऐसे संक्रमण काल में है जहां उसके माता-पिता और उसके मध्य सोच में एक व्यापक अंतर है। वह इंटरनेट और गूगल के जमाने का व्यक्ति है और उसके पास जानकारियों का अथाह भंडार है जबकि उसके माता-पिता बहुत ही सीमित जानकारियों के आधार पर विकसित हुए हैं । जानकारी का यह अंतर दोनों के मूल स्वरूप में ही अंतर पैदा कर देता है इसके पूर्व दो जनरेशन के बीच में इतना व्यापक अंतर नहीं होता था। इस स्थिति में स्वयं का अवलोकन कर अपना मार्ग निर्धारण की क्षमता विकसित करना अत्यंत आवश्यक है। अलग अलग मानसिक धारणाओं को समझना आवश्यक है। दो अलग-अलग विचारों को अच्छा या बुरा साबित करने के अलग-अलग स्वीकार करना समझना अत्यंत आवश्यक है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य है कि हमारी युवा पीढ़ी इस झंझावात से दूर होकर अपना मार्ग निर्धारित कर सके। यह कार्यक्रम हमें हमारे होने(being) की समझ विकसित करेगा। साथ ही विभिन्न विचारधाराओं से सामंजस्य स्थापित करने की शक्ति प्रदान करेगा। हम आपसी संबंधों, चिंताओं और जीवन के गणित को समझेंगे और इसके आधार पर अपना मार्ग प्रशस्त करेंगे। यह कार्यक्रम, आपको अपनी क्षमताओं को पहचान कर उसके अनुरूप परिणाम पाने में सहायक होगा। यह कार्यक्रम क्षमताओं पर पड़ने समस्त बंधनों और बाधाओं को पहचान कर अलग करने में भी सहायक होगा ताकि आप अपनी पूर्ण क्षमता प्राप्त कर सकें। कार्यक्रम में पंजीयन के लिए कृपया लिंक करें https://ioic.in/english/programmes-2.php

स्ववलोकन सत्र में पंजीयन
स्वावलोकन प्रति माह हम दो सत्र करते हैं।